Monday, December 23, 2024

Kadaknath Murga: क्यों कड़कनाथ मुर्गे के खून का रंग काला होता हैं? जानें इसके पीछे की वजह

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Kadaknath Murga: कड़कनाथ मुर्गा, जिसे नॉनवेज प्रेमियों द्वारा अत्यधिक पसंद किया जाता है, एक विशिष्ट मुर्गा प्रजाति है। यह मुर्गा खासतौर पर मध्यप्रदेश में उत्पन्न हुआ था, लेकिन अब इसे विभिन्न स्थानों पर पाला जाता है। इसके चिकन की खासियत और स्वाद के कारण इसका मूल्य अन्य सामान्य मुर्गों की तुलना में कई गुना ज्यादा होता है।

कड़कनाथ मुर्गे की विशेषताएँ (Characteristics of Kadaknath Chicken)

खून और मांस का रंग: कड़कनाथ मुर्गा अन्य मुर्गों की तुलना में पूरी तरह से काले रंग का होता है। इसका खून और मांस भी काला होता है, जो इसे अन्य प्रजातियों से अलग बनाता है।

पौष्टिकता: कड़कनाथ मुर्गे में प्रोटीन और आयरन की मात्रा अधिक होती है। इसमें 25 प्रतिशत प्रोटीन पाया जाता है, जबकि सामान्य मुर्गों में यह मात्रा 18-20 प्रतिशत होती है। इसके अलावा, कड़कनाथ मुर्गे में फेट और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा भी कम होती है।

काले रंग का कारण (Causes of black color)

कड़कनाथ मुर्गे के काले रंग और काले खून का मुख्य कारण इसके शरीर में पिगमेंट का होना है। यह पिगमेंट, जो कि मानव बालों में पाया जाता है, मुर्गे के हड्डियों, मांस और खून में भी मौजूद होता है। इस पिगमेंट के कारण ही कड़कनाथ मुर्गे का पूरा शरीर काले रंग का होता है।

ब्रीडिंग और उत्पादन (Breeding and Production)

कड़कनाथ मुर्गों के अंडे ब्रीडिंग के लिए इन्क्यूबेटर में रखे जाते हैं। यह प्रक्रिया 21 दिन तक जारी रहती है, जिसमें अंडों को लगातार नियंत्रित तापमान पर रखा जाता है। कड़कनाथ के अंडे भी महंगे होते हैं, और उनकी कीमत 40 से 50 रुपये प्रति अंडा तक हो सकती है।

बाजार में उपलब्धता और कीमत (Availability and Price in the Market)

कड़कनाथ मुर्गे की मांग के मुकाबले उत्पादन कम होने के कारण इसके मांस की कीमत काफी अधिक होती है। बाज़ार में इसका मांस 1000 रुपये प्रति किलो तक बिकता है। ठंड के मौसम में इसका सेवन अधिक लाभकारी माना जाता है और यह मांसाहारी लोगों के लिए अत्यंत स्वादिष्ट और पौष्टिक होता है।

कड़कनाथ मुर्गा अपने काले रंग और उच्च पोषक तत्वों के कारण विशेष स्थान रखता है। इसके अद्वितीय पिगमेंट और पोषण तत्व इसे अन्य मुर्गों से अलग बनाते हैं। उच्च कीमत और विशेष उत्पादन प्रक्रिया के बावजूद, यह मुर्गा नॉनवेज प्रेमियों के लिए एक पसंदीदा विकल्प बना हुआ है।

कड़कनाथ मुर्गा कहाँ- कहाँ पाया जाता हैं? (Where is Kadaknath chicken found?)

कड़कनाथ मुर्गा भारत की एक विशेष और दुर्लभ प्रजाति है, जिसे आमतौर पर मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में पाया जाता है। यह मुर्गा अपने काले रंग और उच्च पोषण तत्वों के कारण प्रसिद्ध है। कड़कनाथ मुर्गा खासतौर पर निम्नलिखित स्थानों पर पाया जाता है:

1. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh)

जिला धार: कड़कनाथ मुर्गा मध्य प्रदेश के धार जिले में मुख्य रूप से पाया जाता है। यहाँ की मिट्टी और जलवायु इस मुर्गे के विकास के लिए अनुकूल मानी जाती है।

जिला झाबुआ और खरगोन: ये जिले भी कड़कनाथ मुर्गा पालन के लिए प्रसिद्ध हैं। इन क्षेत्रों में कड़कनाथ मुर्गों की नस्ल की विशिष्टता और गुणवत्ता को बनाए रखने के प्रयास किए जाते हैं।

2. गुजरात (Gujarat)

सौराष्ट्र क्षेत्र: मध्य प्रदेश के बाहर, कड़कनाथ मुर्गा गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में भी पाया जाता है। यहाँ के लोग भी इस विशेष प्रजाति के मुर्गे की खेती और पालन कर रहे हैं।

3. महाराष्ट्र (Maharashtra)

सिन्धुदुर्ग और रत्नागिरी: महाराष्ट्र के इन जिलों में भी कड़कनाथ मुर्गे की खेती की जाती है। यहाँ भी इस मुर्गे के विशेष गुणों की मांग बढ़ रही है।

खासियत:

स्वाद और पोषण: कड़कनाथ मुर्गा का मांस स्वादिष्ट और अत्यधिक पौष्टिक होता है, जिसमें उच्च मात्रा में प्रोटीन और आयरन पाया जाता है। इस मुर्गे की त्वचा, हड्डियाँ और मांस काले होते हैं, जो इसे अन्य प्रजातियों से अलग बनाते हैं।

उपलब्धता (availability)

कड़कनाथ मुर्गा की कीमत सामान्य मुर्गों की तुलना में अधिक होती है, और इसलिए यह विशेष रूप से उच्च वर्गीय रेस्टोरेंट्स और खाद्य प्रेमियों के बीच लोकप्रिय है। इसके अतिरिक्त, यह मुर्गा विभिन्न मांसाहारी बाजारों और विशेष खाद्य मेले में भी उपलब्ध होता है।

इस प्रजाति की विशिष्टता और उसका विशिष्ट स्वाद कड़कनाथ मुर्गे को भारतीय उपमहाद्वीप में एक विशेष स्थान प्रदान करते हैं। इसके अद्वितीय गुण और पोषण तत्व इसे एक मूल्यवान खाद्य स्रोत बनाते हैं।

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