Cancer Part 1: कैंसर यानी खौफ। दुनियाभर में आज भी कैंसर को खौफ का पर्यायवाची माना जाता है। वैश्विक स्तर पर कैंसर मौत का दूसरा सबसे प्रमुख कारण है। इसका नाम सुनते ही आज भी लोगों के पैरों तले जमीन खिसक जाती है। आज भी दुनिया के अधिकांश हिस्सों में इसे लाइलाज बीमारी के रूप में जाना जाता है। वैसे तो आज-कल के आधुनिक उपकरण और मशीनों की सहायता से कैंसर का इलाज संभव है। हालांकि, इसके इलाज का खर्च कोई भी सामान्य परिवार नहीं उठा सकता है। जिसके चलते देश और दुनिया में अधिकांश कैंसर पीड़ितों की मौत हो जाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में हर वर्ष 10 मिलियन कैंसर के नए मामले सामने आते हैं। हालांकि, हम कैंसर को शुरुआती स्टेज में पहचानकर कम से कम पैसों में इसका इलाज करवा सकते हैं। WHO की रिपोर्ट में अनुसार, भारत में हर 10 व्यक्ति में से 1 को अपने जीवनकाल में कभी ना कभी कैंसर का सामना करना होता है और 15 व्यक्ति में से 1 व्यक्ति की मौत का कारण भी कैंसर होता है।
क्या है कैंसर?
हमारा शरीर अरबों-खरबों कोशिकाओं से मिलकर बना है। सामान्य तौर पर हमारे शरीर की कोशिकाएं नियंत्रित तरीके से बढ़ती और विभाजित होती है। हालांकि, जब यह असामान्य और अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगे और विभाजित होने लगे तो हमारे शरीर में अनेकों प्रकार की समस्याएं होने लगती है, जिसे कैंसर कहते हैं। जैसे एक इमारत सैकड़ों-हजारों इंटो से बनी होती है। वैसे ही हमारा शरीर कोशिकाओं से बना होता है। अगर इमारत की इंटे व्यवस्थित और सही क्रम में नहीं होंगी तो इमारत बेहद जल्द टूटकर बिखर जाएगी। कुछ इसी तरह अगर शरीर की कोशिकाएं सही तरीके से वृद्धि नहीं करती और विभाजित नहीं होती है तो शरीर धीरे-धीरे काम करना बन्द कर सकता है। कैंसर के दौरान पुरानी और निकृष्ट कोशिकाएं पूरी तरह से खत्म नहीं होती है और साथ ही नई कोशिकाएं भी जन्म ले लेती है, जिसके कारण अनियंत्रित रूप से कोशिकाएं बढ़ने लगती है।
कैंसर के स्टेज:
ज्यादातर कैंसर ट्यूमर के रूप में होते है। कोशिकाओं का असामान्य रूप से बढ़ना और विभाजित होना कई बार एक गांठ का रूप ले लेती है, जिसे हम ट्यूमर कहते है। हालांकि, हर ट्यूमर कैंसर नहीं होता है। जैसे ब्लड कैंसर में ट्यूमर नहीं होता है। कैंसर के चरण या स्टेज को ट्यूमर के आकार के रूप में और उसके फैलाव के आधार पर विभाजित किया गया है। कैंसर के कुल 5 स्टेज होते हैं।
स्टेज 0- इस स्टेज में कैंसर नहीं होता है। हालांकि, शरीर में कुछ असाधारण कोशिकाएं मौजूद होती है, जो कभी भी कैंसर का रूप ले सकती है।
स्टेज 1- यह कैंसर का पहला चरण होता है, जहां शरीर में असल तौर पर कोशिकाओं में असामान्य वृद्धि देखने को मिलती है। हालंकि, इस चरण में कैंसर की कोशिकाएं एक ही अंग तक सीमित रहती है।
स्टेज 2- इस स्टेज में शरीर में मौजूद ट्यूमर का आकार बढ़ने लगता है। जिससे कैंसर की कोशिकाएं एक अंग से दूसरे अंग तक फैलना शुरू हो जाती है।
स्टेज 3- स्टेज 2 और स्टेज 3 आपस में एक सी होती है। हालांकि, स्टेज 3 में ट्यूमर का आकार ज़्यादा बढ़ा होता है और कैंसर की कोशिकाएं अपने आस-पास के अंगो और लिंफ नोड्स में फ़ैल जाती है।
स्टेज 4- यह कैंसर की आखिरी स्टेज होती है। इसमें कैंसर जानलेवा साबित हो सकता है। इसे काफी खतरनाक स्टेज माना जाता है। इस स्टेज में कैंसर की कोशिकाएं कई अंगों तक फ़ैल चुकी होती है और उनका इलाज भी असम्भव सा होता है।
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