IMD Alert: इस साल मानसून ने अत्यधिक बारिश के साथ सभी को चौंका दिया है। दिल्ली एनसीआर में अगस्त और सितंबर के दौरान रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई, लेकिन अब उस क्षेत्र में बारिश की तीव्रता में कमी आ रही है। इसके विपरीत, भारत के पूर्वी राज्यों में अब भारी बारिश हो रही है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आगामी 24 घंटों के लिए बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, ओडिशा और गंगा पश्चिम बंगाल के क्षेत्रों को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया है।
IMD Alert: भारी बारिश का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने मंगलवार को झारखंड और बिहार में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की है। इसके साथ ही, दिल्ली-एनसीआर में बारिश की संभावना कम बताई गई है। पश्चिम बंगाल में गंगा के ऊपर गंभीर दबाव बन चुका है, जिसके चलते आसपास के तटीय राज्यों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। बादल उत्तर और उत्तर पश्चिमी राज्यों की ओर 8 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहे हैं।
IMD Alert: मौसम की वर्तमान स्थिति
— RWFC New Delhi (@RWFC_ND) September 16, 2024
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने तमिलनाडु, राजस्थान, उत्तराखंड, बिहार, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, असम, मेघालय और केरल के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसका मतलब है कि रविवार को इन राज्यों में भारी बारिश की संभावना है। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, दिल्ली एनसीआर में रविवार को दिन के समय बारिश होने की संभावना है। इसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम पूर्वानुमान में 11 अगस्त के लिए आमतौर पर बादल छाए रहने और गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की गई है। मौसम एजेंसी ने अगले पांच दिनों में बारिश की संभावना जताई है।
IMD Alert: इन जगहों भारी बारिश की चेतावनी
आईएमडी के अनुसार, 16 अगस्त तक हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, और पूर्वी उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। 11 अगस्त को जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश में, और 14 से 16 अगस्त तक इन क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। पंजाब में 11 अगस्त को भारी बारिश की संभावना है। हरियाणा में 11 और 14 अगस्त को भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है।
IMD Alert: रेड और ऑरेंज अलर्ट
10 अगस्त की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि 16 अगस्त तक अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में व्यापक हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। आईएमडी ने 14 अगस्त तक तमिलनाडु, केरल और माहे में छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। 11 से 13 अगस्त के बीच तमिलनाडु, केरल और माहे में भी कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के वैज्ञानिक सोमा सेन ने बताया कि उत्तर और मध्य भारत, विशेषकर पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश में भारी बारिश की उम्मीद है, और इन दो क्षेत्रों में 20 सेमी तक बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने बताया कि मंगलवार को छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, ओडिशा और झारखंड के पूरे हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है। बिहार और उत्तराखंड में भी मध्यम से भारी बारिश हो सकती है, जिसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
IMD Alert: तूफान की आशंका
वायुमंडलीय दबाव में गिरावट के कारण तूफान आने की संभावना है। तटीय क्षेत्रों और आसपास के राज्यों में 45 से 55 और 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान है। लगातार बारिश के साथ तूफान की आशंका भी जताई गई है। इस स्थिति को देखते हुए, मौसम विभाग ने मछुआरों को विशेष रूप से पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में न जाने की सलाह दी है।
Retreating Monsoon: वापसी मानसून का मौसम
दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी का मौसम सितंबर के मध्य से शुरू होता है और जनवरी की शुरुआत तक चलता है। यह तीन महीने की प्रक्रिया होती है, जिसमें अक्टूबर में मानसून प्रायद्वीप से लौटता है और दिसंबर तक इसका प्रभाव चरम पर होता है। वापसी मानसून दक्षिण-पूर्वी भारत से शुरू होती है और दिसंबर के मध्य में कोरोमंडल तट से समाप्त हो जाती है। पंजाब में यह मानसून सितंबर के दूसरे सप्ताह में समाप्त हो जाता है। लौटते मानसून की प्रक्रिया अपेक्षाकृत धीमी होती है और इसमें अधिक समय लगता है।
Retreating Monsoon: लौटते मानसून के दौरान जलवायु परिवर्तन
लौटते मानसून की शुरुआत के साथ आसमान साफ़ हो जाता है और बादल हट जाते हैं। इस कारण से विभिन्न स्थानों की जलवायु धीरे-धीरे गर्म हो जाती है। बंगाल की खाड़ी से भयंकर उष्णकटिबंधीय चक्रवात उठते हैं, और अक्टूबर-नवंबर के महीनों में इन चक्रवातों का प्रभाव अधिक होता है। इस अवधि के दौरान तापमान तेजी से घटता है और आसमान भी स्पष्ट हो जाता है। जैसे-जैसे मानसून दक्षिण की ओर लौटता है, स्थानीय दबाव की स्थिति हवा के प्रवाह को प्रभावित करती है।
Retreating Monsoon: भारी वर्षा वाले क्षेत्र
पश्चिमी घाट का पश्चिमी भाग: 200-400 सेमी वर्षा
उत्तर-पूर्वी भारत: असम, अरुणाचल प्रदेश, और सिक्किम
Retreating Monsoon: कम वर्षा वाले क्षेत्र
वापसी मानसून के दौरान दक्षिण-पूर्वी तट पर अत्यधिक वर्षा होती है। विशेष रूप से तमिलनाडु राज्य में इस समय वर्षा का लगभग आधा हिस्सा होता है। इसे शीतकालीन मानसून या उत्तर-पूर्वी मानसून भी कहा जाता है। लौटते मानसून के दौरान भारत के विभिन्न हिस्सों में असमान मात्रा में वर्षा होती है। कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा होती है, जबकि अन्य में अल्प वर्षा होती है।
Read More: