Independence Day 2024: 15 अगस्त 1947 को भारत ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की, एक संघर्षपूर्ण यात्रा के बाद, जो लगभग 200 वर्षों की दासता को समाप्त करती है। इस संघर्ष में हजारों स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने बलिदान दिए, ताकि देशवासियों को स्वतंत्रता की सांस मिल सके।
स्वतंत्रता के इस परिप्रेक्ष्य में कई नाम सामने आते हैं, जैसे महात्मा गांधी, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह और अशफाकउल्ला खान, जिन्होंने अपने समर्पण और साहस से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को दिशा दी। उनकी कहानियों और उनके बलिदानों को याद रखने के लिए कई फिल्में बनाई गईं हैं, जिनमें देशभक्ति से भरपूर संवाद प्रस्तुत किए गए हैं।
आइए उन संवादों पर एक नजर डालते हैं:
फिल्म: सोल्जर
“जो लोग अपने प्राणों की आहुति देश के लिए देते हैं, उन्हें शहीद कहा जाता है और जो देश के लिए मरते हैं, वे हत्यारे नहीं बल्कि सैनिक होते हैं।”
फिल्म: कांटे
“हिंदुस्तानी को दो चीजें बिल्कुल पसंद नहीं आतीं: पहली, क्रिकेट में हार और दूसरी, देश के लिए कोई झटका।”
फिल्म: उरी द सर्जिकल स्ट्राइक
“अब भारत चुप नहीं बैठेगा। यह नया भारत है। घर भी बढ़ेगा और मार भी करेगा।”
फिल्म: चक का भारत
“राज्यों के नाम सुनना या देखना कोई महत्व नहीं रखता। अगर कोई नाम सुनता है, तो वह सिर्फ ‘भारत’ है।”
फिल्म: ग़दर: एक प्रेम कहानी
“आपका पाकिस्तान जिंदाबाद, हमें इससे कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन हमारा हिंदुस्तान जिंदाबाद, जिंदाबाद और जिंदाबाद।”
फिल्म: रंग की बहार
“जिसका खून अब भी न खौला, वो खून पानी नहीं, और जो जवानी देश के काम न आए, वो बेकार है।”
फिल्म: रंग की बहार
“कोई भी देश पूर्ण नहीं होता, उसे पूरा करना पड़ता है।”
फिल्म: भारतीय
“हम हाथ मिलाना भी जानते हैं और हाथ मरोड़ना भी। हम गांधी जी की पूजा करते हैं और चंद्रशेखर आजाद की भी। मैं पहले प्यार से समझाता हूं, फिर हथियार से।”
फिल्म: अब अपने साथी देशवासियों का संदर्भ लें
“उन्होंने मौत के बाज़ार में जाकर अपने बेटों की बोली लगाई है। जब देश ने सिर मांगा, हमने भरपूर दिया।”
फिल्म: बुलाना
“यह शिवाजी, राणा प्रताप जैसे वीरों की भूमि है, जिसे भगत सिंह, आजाद, अशफाक उल्ला खां ने अपने खून से सींचा। हमें कोई नहीं तोड़ सकता। हम भारतीय एक हैं और एक रहेंगे और मिलकर देश के हर दुश्मन को हराएंगे।”
फिल्म: माँ तुझे प्रणाम
“दूध मांगोगे तो खीर देंगे, कश्मीर मांगोगे तो पटाखे देंगे।”
फिल्म: बेबी
“रिलीजन कॉलम में हम मोटे और बड़े अक्षरों में ‘इंडियन’ लिखते हैं।”
फिल्म: क्रांतिकारी
“यह मुसलमान का खून है, यह हिंदू का खून है। बताओ कौन मुसलमान है और कौन हिंदू?”
फिल्म: शौर्य
“बहादुरी का मतलब सिर्फ किसी को मारना नहीं है। बहादुरी का मतलब सिर्फ सलाम करना नहीं है। शौर्य हमारे अंदर है, एक साहस।”
फिल्म: पूर्व और पश्चिम
“वतन के लिए मरने वाले कभी नहीं मरते।”
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