Relationship Tips: प्यार की डोर नाजुक होती है, प्यार का रिश्ता भरोसे पर टिका होता है। लेकिन अक्सर ऐसा होता है कि आप दोनों प्यार तो करते हैं, लेकिन काम और दूसरी जिम्मेदारियों के कारण एक-दूसरे को समय नहीं दे पाते है। इसलिए झगड़े होना स्वाभाविक है। रोज-रोज की बहस, असहमति, पार्टनर को समय न देना ये सब आपके रिश्ते खराब होने के संकेत हो सकते हैं। इससे जल्द से जल्द बाहर निकलना बेहद जरूरी है, नहीं तो स्थिति और खराब हो सकती है।
‘कुछ ही महीनों में एक-दूसरे से बोर होने लगते हैं कपल्स’
कई बार जैसे-जैसे रिश्ता पुराना होता जाता है, उसका आकर्षण थोड़ा कम होने लगता है। हर रिश्ते को इस दौर से गुजरना पड़ता है। लव हो या अरेंज मैरिज, कपल्स को ऐसा अनुभव होता है, लेकिन आजकल रिलेशनशिप में एक नई बात देखने को मिलती है कि कपल्स कुछ ही महीनों में बोर होने लगते हैं। कामकाजी दम्पतियों के बीच यह अनुपात और भी बढ़ा हुआ है। इसके कारण वे अनावश्यक बातों पर झगड़ते हैं, अलग होने की बात करते हैं और तनाव में रहते हैं। विशेषज्ञ इस रिश्ते को बर्नआउट(Relationship Burnout) कहते हैं।
रिलेशनशिप बर्नआउट क्या है? (What is relationship burnout?)
जब कोई रिश्ता किसी एक या दोनों को बोझ लगने लगे या पार्टनर की तरफ से बेवजह की बहस और बहानेबाजी बढ़ जाए तो इसे रिलेशनशिप बर्नआउट(Relationship Burnout) कहा जा सकता है। इस बर्नआउट को लगातार सहना बहुत कठिन रहता है। इस दौरान दंपत्ति और कपल्स अलग होने को ही सबसे आसान उपाय मानते हैं। कई बार हम इसे शादी में होने वाली सामान्य समस्या समझकर नजरअंदाज कर देते हैं और जब बात हद से ज्यादा बढ़ जाती है तो झगड़े में बदल जाती है।
Relationship Burnout के लक्षण (Signs of Relationship Burnout):
पार्टनर को समय नहीं देना:
इसे आप पहला लक्षण मान सकते हैं। अगर आप अपने पार्टनर के साथ समय बिताने में दिलचस्पी नहीं रखते हैं तो यह आपके रिश्ते के लिए अच्छा नहीं है।
हर दिन बहस:
ऐसे विवाद, जिन्हें बातचीत के जरिए आसानी से सुलझाया जा सकता था, अब बदतर स्थिति में पहुंच गए हैं और दिन-ब-दिन उन पर चर्चा नहीं होती है, मात्र बहस होती है। तो यह रिलेशनशिप बर्नआउट का मुख्य लक्षण है।
साथ रहकर नजरअंदाज करना:
अगर आप साथ बैठे हैं लेकिन फोन, लैपटॉप या टीवी में व्यस्त हैं तो यह भी रिश्ता टूटने का संकेत है।
बार-बार अलग होने के बारे में सोचना:
अगर रिश्ता इतना बोरिंग हो गया है कि आप दिन-रात रिश्ता तोड़ने के बारे में सोच रहे हैं तो यह अच्छा संकेत नहीं है।
Relationship Burnout से कैसे बाहर निकलें? (How to overcome relationship burnout)
अपने साथी के लिए समय निकालें:
ये सब टाइमिंग का खेल है। समय की कमी के कारण होने वाले झगड़ों को समय देकर ही हल किया जा सकता है। साझा करें कि एक साथ समय बिताने के बाद आपका साथी क्या महसूस करता है या आप ऐसा क्यों महसूस करते हैं। समस्या का समाधान होने की संभावना है।
वार्तालाप करना:
गुस्सा करने या बातचीत बंद करने से कभी भी बहस नहीं सुलझती, लेकिन हां खुलकर बात करने से चीजें जरूर सुलझ सकती हैं।
अपने क्रोध पर नियंत्रण रखें:
गुस्से से किसी भी स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास न करें। क्रोध मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है। कई बार गुस्से में इंसान ऐसी बातें कह जाता है जिसका उसे बाद में पछतावा होता है और कई बार रिश्ते भी टूट जाते हैं।
विशेषज्ञ की मदद लें:
यदि आपका रिश्ता आपके साथ ठीक नहीं चल रहा है, तो पेशेवर मदद लेने में कुछ भी गलत नहीं है। घर पर रहने वाले पिता का अनुभव आपकी बहुत मदद कर सकता है। आजकल रिलेशनशिप एक्सपर्ट भी ऐसी समस्याओं को सुलझाने में मददगार बन रहे हैं।
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