Monday, December 23, 2024

Personality Development: हर जगह छोड़ना चाहते हैं अच्छा इंप्रेशन तो ऐसे करें अपनी पर्सनैलिटी डेवलप

Published:

Personality Development: ‘First Impression Is The Last Impression’ यह कहावत हमने बचपन से सुनी है। जिंदगी के हर पड़ाव पर बेहतर व्यक्तित्व की जरुरत होती है। ऑफिस में मीटिंग के दौरान, दोस्तों को किस्से-कहानियां सुनाना, रोजमर्रा के कार्य या दिन-रात की चहल-पहल के दरमियान, हमें बेहतर व्यक्तित्व(Good Personality) की जरुरत होती है।

ऑफिस में भी जिस मुलाजिम(Employee) की सॉफ्ट स्किल्स बेहतर होती है। उसे प्रमोशन मिलता है और दूसरे लोग भी पसंद करते है। इसके साथ ही स्कूल से लेकर कॉलेज तक जिस बच्चे की पढाई के साथ-साथ सॉफ्ट स्किल्स बेहतर है। उसे हमेशा हर कार्य में आगे किया जाता है और वह सभी का चहेता बन जाता है। अगर आप भी इसी तरह कशिश यानी आकर्षित पर्सनालिटी चाहते है तो आपको रोजमर्रा की छोटी-छोटी आदतों में थोड़ा बदलाव करना होगा।

‘सॉफ्ट स्किल्स(Soft Skills) क्या होती है?’

Personality Development
Personality Development

सॉफ्ट स्किल्स, नॉन-टेक्निकल स्किल्स होती है यानी की वे स्किल्स जो किसी एक कार्य या क्षेत्र से जुड़ी ना हों बल्कि हर तरह के क्षेत्र और कार्य में योगदान करें। सॉफ्ट स्किल्स के अंतर्गत कम्युनिकेशन, टाइम मैनेजमेंट, लीडरशिप समेत वे सभी स्किल्स शामिल होती है, जो हमें एक बेहतर और आकर्षित शख्सियत बनाती है। बेहतर करियर से लेकर सभी की आंखों का तारा बनने तक यह स्किल्स बेहद जरूरी है।

आकर्षित पर्सनेलिटी के लिए इन बातों का रखें ध्यान:

Personality Development
Personality Development

सकारात्मक सोच और विचार: इस कायनात में सभी दुखों से भरा नहीं बल्कि सुखों से भरा जीवन चाहते है। एक आकर्षित व्यक्तित्व के लिए सकारात्मक सोच और विचार बेहद जरूरी है। इसीलिए जीवन की हर घटना के अच्छे पहलू को खोजें और समस्याओं को अवसर के रूप में देखें। उन लोगों के साथ रहें जो सकारात्मक सोच और विचार रखते है।

कम्युनिकेशन स्किल: आकर्षित पर्सनेलिटी के किए आपकी कम्युनिकेशन स्किल यानी संवाद शैली बेहतर होना चाहिए। अपनी बातों को बेहतर ढंग से रखने के लिए सही शब्दों और इशारों का चयन करें। बेहतर कहने के लिए पहले बेहतर सुनना और समझना बेहद जरूरी है। क्योंकि हम ज्यादातर उन्हीं शब्दों का इस्तेमाल करते है, जो हम सुनते है। कम से कम शब्दों में प्रभावी ढंग से अपनी बात रखने का प्रयास करें।

बेहतर बॉडी लैंग्वेज: अमूमन हम कुछ और कहते है, हमारी बॉडी कुछ और। इन दोनों में तालमेल बेहद जरूरी है। आपके हावःभाव, हाथों के इशारे आपके शब्दों से मिलना चाहिए। बेहतर संवाद के साथ बेहतर बॉडी लैंग्वेज बेहद जरूरी है। स्माइलिंग फेस, चेहरे के हाव-भाव, हाथों का उपयोग इसके अहम हिस्से है।

खास बातें:

पर्सनालिटी डेवलपमेंट एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें व्यक्तिगत कौशल, आत्म-संवेदनशीलता और जीवन के विभिन्न पहलुओं को बेहतर बनाने के तरीकों पर ध्यान दिया जाता है। यहाँ कुछ दिलचस्प बातें हैं जो पर्सनालिटी डेवलपमेंट के बारे में जानना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है:

1. स्व-समझ और आत्म-स्वीकृति:

  • स्व-समझ: अपनी ताकत, कमजोरियों, रुचियों और मूल्यों को समझना आपकी पर्सनालिटी का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह आपको खुद को बेहतर जानने और सुधारने की दिशा में मार्गदर्शन करता है।
  • आत्म-स्वीकृति: अपनी कमियों और गलतीयों को स्वीकार करना और उन्हें सुधारने की कोशिश करना आत्म-संवेदनशीलता को बढ़ावा देता है।

2. संचार कौशल (Communication Skills):

  • सुनने की कला: प्रभावी संचार केवल बोलने की कला नहीं है, बल्कि दूसरों को सुनने की कला भी है। अच्छे श्रोता होने से आपके रिश्ते बेहतर बन सकते हैं और आप अधिक समझदारी से जवाब दे सकते हैं।
  • अच्छा बॉडी लैंग्वेज: आपकी शारीरिक भाषा आपके संदेश को प्रभावी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। आत्म-विश्वास, खुलापन और ईमानदारी आपकी बॉडी लैंग्वेज में झलके।

3. समय प्रबंधन (Time Management):

  • प्राथमिकताएँ निर्धारित करना: समय को प्रभावी तरीके से प्रबंधित करने के लिए यह जानना जरूरी है कि कौन से काम प्राथमिकता के योग्य हैं। इससे आप अपनी उत्पादकता बढ़ा सकते हैं।
  • टाइम-टेबल और योजना बनाना: एक सुसंगठित दिनचर्या और योजना बनाने से आप अपने लक्ष्यों को समय पर पूरा कर सकते हैं।

4. लक्ष्य निर्धारण और प्रेरणा:

  • स्पष्ट लक्ष्य: स्पष्ट और व्यावहारिक लक्ष्य निर्धारित करना आपको दिशा देने में मदद करता है। “SMART” लक्ष्य विधि (Specific, Measurable, Achievable, Relevant, Time-bound) इस प्रक्रिया में सहायक हो सकती है।
  • प्रेरणा: खुद को प्रेरित रखने के लिए प्रेरक उद्धरण, सफलता की कहानियाँ और सकारात्मक विचारों का सहारा ले सकते हैं।

5. मनोबल और आत्म-विश्वास:

  • स्वयं पर विश्वास: आत्म-विश्वास बढ़ाने के लिए खुद को सकारात्मक सोच से प्रेरित रखें और अपनी उपलब्धियों का सम्मान करें।
  • मनोबल: जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए मजबूत मनोबल होना जरूरी है। सकारात्मक सोच और आत्म-प्रेरणा से आप कठिनाइयों को पार कर सकते हैं।

6. नेटवर्किंग और रिश्ते:

  • संबंध निर्माण: मजबूत पेशेवर और व्यक्तिगत रिश्ते आपके विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। दूसरों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने के लिए ईमानदारी और सहयोगी होना चाहिए।
  • नेटवर्किंग: प्रभावी नेटवर्किंग से आपको नए अवसर और दृष्टिकोण मिल सकते हैं, जो आपके पेशेवर और व्यक्तिगत जीवन को समृद्ध बना सकते हैं।

7. सीखने की आदत (Learning Habit):

  • नए कौशल सीखना: नए कौशल और ज्ञान अर्जित करना आपकी पर्सनालिटी को अपडेट और प्रेरित रखता है। निरंतर सीखने से आप नए विचार और दृष्टिकोण प्राप्त कर सकते हैं।
  • पुस्तकें और कोर्स: अच्छी किताबें पढ़ना और संबंधित कोर्स करना आपके सोचने के तरीके को बदल सकता है और नई जानकारी प्रदान कर सकता है।

8. स्वास्थ्य और जीवनशैली:

  • शारीरिक स्वास्थ्य: नियमित व्यायाम और सही खानपान आपकी ऊर्जा और मानसिक स्थिति को बेहतर बनाए रखने में मदद करता है।
  • मानसिक स्वास्थ्य: ध्यान और तनाव प्रबंधन तकनीकें आपकी मानसिक स्थिति को स्थिर और स्वस्थ रखने में सहायक होती हैं।

इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर आप अपनी पर्सनालिटी को बेहतर बना सकते हैं और एक संतुलित और प्रभावी जीवन जी सकते हैं। पर्सनालिटी डेवलपमेंट केवल एक बार का प्रयास नहीं है; यह एक सतत प्रक्रिया है जो समय के साथ विकसित होती रहती है।

Read More:

Osteoporosis: क्या है Osteoporosis, जिसमें थोड़े से झटके से टूट सकती है हड्डी?

First time Flight Travel Tips: प्लेन में सफर करने वाले सावधान! भूलकर भी न ले जाएं ये चीजें, वरना जाना पड़ सकता है जेल

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

नवीनतम पोस्ट